सिम पोर्ट कैसे करें: एक विस्तृत ब्लॉग पोस्ट
ऑनलाइन डायरेक्ट सिम पोर्ट |सिम पोर्ट कैसे करें | आज के समय में, मोबाइल फोन हमारे जीवन का अभिन्न अंग बन गए हैं। हम इनका उपयोग विभिन्न कार्यों के लिए करते हैं, जैसे कि कॉल करना, संदेश भेजना, इंटरनेट का उपयोग करना, और बहुत कुछ।
Jio मे सिम पोर्ट करने के लिये | https://www.jio.com/port-to-jio-mnp |
Airtel मे सिम पोर्ट करने के लिये | https://www.airtel.in/port-number/ |
Vi (Vodafone Idea) मे सिम पोर्ट करने के लिये | https://www.myvi.in/new-connection/mobile-number-portability-mnp-online |
कई बार, हमें अपना सिम पोर्ट करने की आवश्यकता होती है। इसका मतलब है कि हमें अपना मोबाइल नंबर एक सिम कार्ड से दूसरे सिम कार्ड में स्थानांतरित करना होता है।
सिम पोर्ट करने के कारण:
सिम पोर्ट करने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि:
- नया सिम कार्ड: यदि आपने नया सिम कार्ड खरीदा है और अपना पुराना नंबर रखना चाहते हैं, तो आपको सिम पोर्ट करना होगा।
- खराब सिम कार्ड: यदि आपका सिम कार्ड खराब हो गया है या काम नहीं कर रहा है, तो आपको इसे बदलने के लिए सिम पोर्ट करना होगा।
- नया नेटवर्क: यदि आप किसी अन्य नेटवर्क पर स्विच करना चाहते हैं, तो आपको अपना सिम पोर्ट करना होगा।
- बेहतर सिग्नल: यदि आपको अपने वर्तमान नेटवर्क पर खराब सिग्नल मिल रहा है, तो आप बेहतर सिग्नल वाले नेटवर्क पर स्विच करने के लिए अपना सिम पोर्ट कर सकते हैं।
सिम पोर्ट करने के लिए आवश्यक दस्तावेज:
सिम पोर्ट करने के लिए आपको निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होगी:
- आधार कार्ड: यह पहचान का प्रमाण है और सिम पोर्ट करने के लिए अनिवार्य है।
- पैन कार्ड: यह पता का प्रमाण है और कुछ मामलों में इसकी आवश्यकता हो सकती है।
- पुराना सिम कार्ड: आपको अपना पुराना सिम कार्ड भी जमा करना होगा।
- पासपोर्ट आकार का फोटो: कुछ मामलों में पासपोर्ट आकार के फोटो की आवश्यकता हो सकती है।
मोबाइल नंबर पोर्ट करने का आसान प्रोसेस:
- सबसे पहले आपको एक मैसेज भेजना होगा जिसमें आपको लिखना है PORT स्पेस <मोबाइल नंबर जिसे आप पोर्ट करना चाहते हैं>
- इस मैसेज को आपको 1900 पर भेजना होगा। उदाहरण के तौर पर: PORT 9888888881
- इसके बाद आपके मोबाइल नंबर पर 8 अंकों का (UPC) यूपीसी (यूनिक पोर्टिंग कोड) आएगा। यूपीसी 4 दिनों के लिए वैध रहता है। वहीं, जम्मू और कश्मीर, असम और उत्तर पूर्व में यह 30 दिनों के लिए वैध रहता है।
- इसके बाद आपको इस कोड को लेकर उस कंपनी के सेंटर पर जाना होगा जिस नेटवर्क पर आप स्विच करना चाहते हैं।
- इसके बाद आउटलेट पर आपसे एक एप्लीकेशन फॉर्म भरवाया जाएगा। फॉर्म भरने के बाद आपको नई सिम दे दी जाएगी।
- नई सिम कुछ ही समय में एक्टिवेट कर दी जाएगी।
वैसे तो आपको पता ही होगा लेकिन फिर भी जिन्हें नहीं पता है उन्हें बता देते हैं कि आप अपना मौजूदा नंबर चेंज किए बिना ही नंबर पोर्ट कर सकते हैं। आपको नंबर पोर्ट करने के लिए अपने मौजूदा नंबर को चेंज करने की कोई जरूरत नहीं है।
सिम पोर्ट करने की प्रक्रिया:
सिम पोर्ट करने की प्रक्रिया विभिन्न नेटवर्क ऑपरेटरों के लिए थोड़ी भिन्न हो सकती है, लेकिन सामान्य चरणों में शामिल हैं:
- अपने नेटवर्क ऑपरेटर से संपर्क करें: आप अपने नेटवर्क ऑपरेटर के ग्राहक सेवा केंद्र पर कॉल करके या उनकी वेबसाइट पर जाकर उनसे संपर्क कर सकते हैं।
- सिम पोर्ट का अनुरोध करें: आपको सिम पोर्ट का अनुरोध करना होगा और आवश्यक जानकारी प्रदान करनी होगी, जैसे कि आपका मोबाइल नंबर, आधार कार्ड नंबर, और पैन कार्ड नंबर (यदि आवश्यक हो)।
- दस्तावेज जमा करें: आपको अपने पहचान और पते के प्रमाण के रूप में आवश्यक दस्तावेज जमा करने होंगे।
- शुल्क का भुगतान करें: आपको सिम पोर्ट शुल्क का भुगतान करना होगा।
- नया सिम कार्ड प्राप्त करें: आपको कुछ दिनों के भीतर अपना नया सिम कार्ड प्राप्त होगा।
सिम पोर्ट करने में कितना समय लगता है?
सिम पोर्ट करने में आम तौर पर 24 से 48 घंटे लगते हैं।
सिम पोर्ट करने के दौरान ध्यान रखने योग्य बातें:
- सिम पोर्ट करने से पहले, अपने नेटवर्क ऑपरेटर से सभी शुल्कों और शर्तों के बारे में पूछताछ करना सुनिश्चित करें।
- सुनिश्चित करें कि आपके पास अपने पुराने सिम कार्ड का मोबाइल नंबर और आधार कार्ड नंबर जैसी आवश्यक जानकारी है।
- अपने दस्तावेजों की फोटोकॉपी जमा करें और अपने मूल दस्तावेजों को सुरक्षित रखें।
- सिम पोर्ट करने के बाद, अपने पुराने सिम कार्ड को निष्क्रिय कर दें।
सिम पोर्ट करने के विकल्प (Optional Methods for SIM Porting)
ऊपर बताई गई प्रक्रिया सबसे आम तरीका है सिम पोर्ट करने की। हालांकि, सिम पोर्ट करने के कुछ वैकल्पिक तरीके भी मौजूद हैं:
- ऑनलाइन सिम पोर्ट: कई नेटवर्क ऑपरेटर अब आपको उनकी वेबसाइट या ऐप के माध्यम से अपना सिम पोर्ट करने की अनुमति देते हैं। यह एक सुविधाजनक विकल्प है यदि आप अपने घर से बाहर निकले बिना सिम पोर्ट करना चाहते हैं।
Jio मे सिम पोर्ट करने के लिये – https://www.jio.com/port-to-jio-mnp
Airtel मे सिम पोर्ट करने के लिये – https://www.airtel.in/port-number/
Vi (Vodafone Idea) मे सिम पोर्ट करने के लिये– https://www.myvi.in/new-connection/mobile-number-portability-mnp-online
- SMS के माध्यम से सिम पोर्ट: कुछ नेटवर्क ऑपरेटर आपको एक विशिष्ट नंबर पर SMS भेजकर सिम पोर्ट का अनुरोध करने की अनुमति देते हैं।
नए नेटवर्क का चुनाव करते समय ध्यान देने योग्य बातें (Choosing a New Network)
सिम पोर्ट करने से पहले, यह महत्वपूर्ण है कि आप एक ऐसा नया नेटवर्क चुनें जो आपकी आवश्यकताओं के लिए उपयुक्त हो। निम्नलिखित बातों पर विचार करें:
- कवरेज क्षेत्र: सुनिश्चित करें कि नया नेटवर्क आपके क्षेत्र में अच्छा कवरेज प्रदान करता है।
- टैरिफ योजनाएं: विभिन्न नेटवर्क ऑपरेटर विभिन्न प्रकार की टैरिफ योजनाएं प्रदान करते हैं। अपनी कॉलिंग और डेटा उपयोग की आदतों के आधार पर एक उपयुक्त योजना चुनें।
- ग्राहक सेवा: सुनिश्चित करें कि नया नेटवर्क अच्छी ग्राहक सेवा प्रदान करता है।
मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (Mobile Number Portability – MNP) के बारे में थोड़ी जानकारी
मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (MNP) एक ऐसी सेवा है जो आपको अपना मोबाइल नंबर एक नेटवर्क ऑपरेटर से दूसरे नेटवर्क ऑपरेटर में स्थानांतरित करने की अनुमति देती है। MNP भारत में वर्ष 2008 में शुरू की गई थी।
निष्कर्ष:
सिम पोर्ट करना एक सरल प्रक्रिया है जिसे थोड़े समय में पूरा किया जा सकता है। यदि आपको अपना सिम पोर्ट करने में कोई कठिनाई हो रही है, तो आप अपने नेटवर्क ऑपरेटर के ग्राहक सेवा केंद्र से संपर्क कर सकते हैं।
मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (मोबाइल नंबर स्थानांतरण) क्या है?
मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी एक सुविधा है जो दूरसंचार सेवा उपयोगकर्ता को भौगोलिक क्षेत्र (जैसे दिल्ली से मुंबई) की परवाह किए बिना एक ऑपरेटर से दूसरे ऑपरेटर में जाने की अनुमति देती है। यदि कोई ग्राहक अपने वर्तमान ऑपरेटर की सेवाओं से संतुष्ट नहीं है, तो वह अपना मोबाइल नंबर अपने चुने हुए किसी अन्य सेवा प्रदाता को स्थानांतरित कर सकता है।
यूनिक पोर्टिंग रिक्वेस्ट (UPC) प्राप्त करने के लिए पात्रता की शर्तें क्या हैं?
निम्नलिखित पात्रता शर्तों को पूरा करने से यूनिक पोर्टिंग कोड (UPC) का निर्माण सुनिश्चित होगा –
(a) पोस्ट-पेड मोबाइल कनेक्शन के मामले में, ग्राहक ने सामान्य बिलिंग चक्र के अनुसार जारी किए गए बिल(ों) के लिए मौजूदा दूरसंचार सेवा प्रदाता के लिए ‘बकाया राशि’ का भुगतान कर दिया है। (b) वर्तमान ऑपरेटर के नेटवर्क में सक्रियता कम से कम 90 दिन से कम नहीं है। (c) मोबाइल नंबर के स्वामित्व परिवर्तन का अनुरोध प्रक्रिया में नहीं है। (d) ग्राहक समझौते में दिए गए निकास खंड के अनुसार ग्राहक द्वारा पूरा करने के लिए कोई लंबित संविदात्मक दायित्व नहीं हैं। (e) अदालत के आदेश द्वारा मोबाइल नंबर पोर्ट करना प्रतिबंधित नहीं है। (f) पोर्ट किया जाने वाला मोबाइल नंबर विचाराधीन (sub-judice) नहीं है।
यदि (a) से (f) में से किसी एक या अधिक शर्तों का सत्यापन नकारात्मक है, तो UPC के लिए अनुरोध अस्वीकार कर दिया जाएगा और अस्वीकृति का कारण ग्राहक को SMS के माध्यम से प्रदान किया जाएगा।
मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी की प्रक्रिया क्या है?
प्राप्तकर्ता ऑपरेटर के पॉइंट ऑफ सेल पर UPC जेनरेट करें। ‘PORT’ शब्द (जो केस-इन्सेंसिटिव होगा, यानी यह ‘port’ या ‘Port’ आदि हो सकता है) और उसके बाद एक स्थान और पोर्ट किए जाने वाले दस अंकों का मोबाइल नंबर 1900 पर SMS करें। UPC सब्सक्राइबर के मोबाइल पर SMS के माध्यम से प्राप्त होगा।
अपने चुने हुए ऑपरेटर का ग्राहक प्राप्ति फॉर्म (CAF) और पोर्टिंग फॉर्म भरें और वैध UPC का उल्लेख करें। आवश्यक भुगतान और आवश्यक KYC दस्तावेज जमा करने के बाद, ग्राहक सेवा केंद्र/पॉइंट ऑफ सेल से ऑपरेटर से नया सिम प्राप्त करें। आपको MNP सेवा प्रदाता से आपके पोर्टिंग अनुरोध को जमा करने की पुष्टि के साथ-साथ 24 घंटे की उपलब्ध वापसी विंडो के बारे में एक संदेश प्राप्त होगा।
लाइसेंसधारी सेवा क्षेत्र (LSA) (उदाहरण के लिए गुजरात LSA के भीतर पोर्ट करना) के अंतर्गत पोर्ट करने में 3 कार्यदिवस लगते हैं। एक LSA से दूसरे LSA (उदाहरण के लिए दिल्ली से मुंबई) में पोर्ट करने में 5 कार्यदिवस लगते हैं। साथ ही, कॉर्पोरेट नंबर पोर्ट करने के मामले में, पोर्टिंग का समय 5 कार्यदिवस है। [देश में 22 भौगोलिक क्षेत्र हैं जिन्हें LSA के रूप में नामित किया गया है] जम्मू और कश्मीर, असम और पूर्वोत्तर लाइसेंस प्राप्त सेवा क्षेत्रों में पोर्टिंग का समय अधिकतम 15 कार्यदिवस होगा।