प्रधान मंत्री कृषि सिंचाई योजना से जुड़ी खबरें 2024

प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना: किसानों के लिए वरदान

प्रधान मंत्री कृषि सिंचाई योजना से जुड़ी खबरें | प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (PMKSY) भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक प्रमुख योजना है जिसका उद्देश्य देश में सिंचाई सुविधाओं को बेहतर बनाना और किसानों की आय में वृद्धि करना है। 2015 में शुरू की गई इस योजना ने देश के कृषि क्षेत्र को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

योजना का नामप्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना
शुरू2015 में शुरू की गई
उद्घाटननरेंद्र मोदी
उद्देशसिंचाई सुविधाओं में सुधार
किसानों की आय में वृद्धि
जल संसाधनों का कुशल उपयोग
सूखा प्रभावित क्षेत्रों में सहायता
रोजगार सृजन
अधिकृत वेबसाइटhttps://pmksy.gov.in/
संपर्कhttps://pmksy.gov.in/Contacts.aspx
प्रधान मंत्री कृषि सिंचाई योजना से जुड़ी खबरें
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योजना के उद्देश्य

  • सिंचाई सुविधाओं में सुधार: पीएमकेएसवाई का मुख्य उद्देश्य देश में सिंचाई सुविधाओं की उपलब्धता और पहुंच को बढ़ाना है।
  • किसानों की आय में वृद्धि: बेहतर सिंचाई सुविधाओं से किसानों को अधिक फसलें उगाने और अधिक पैसा कमाने में मदद मिलेगी।
  • जल संसाधनों का कुशल उपयोग: योजना का लक्ष्य जल संसाधनों का कुशल और टिकाऊ उपयोग सुनिश्चित करना है।
  • सूखा प्रभावित क्षेत्रों में सहायता: पीएमकेएसवाई सूखा प्रभावित क्षेत्रों में किसानों को विशेष सहायता प्रदान करता है।
  • रोजगार सृजन: योजना के क्रियान्वयन से ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसरों में वृद्धि होगी।

योजना के मुख्य घटक

  • सहायक सिंचाई योजना: इस घटक के तहत, किसानों को सिंचाई के लिए बुनियादी ढांचे को विकसित करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
  • सूक्ष्म सिंचाई: पीएमकेएसवाई किसानों को ड्रिप इरिगेशन, स्प्रिंकलर इरिगेशन और अन्य जल-कुशल सिंचाई तकनीकों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करता है।
  • कृषि जल प्रबंधन: योजना का यह घटक जल संसाधनों के कुशल प्रबंधन और उपयोग पर ध्यान केंद्रित करता है।
  • जल संरक्षण: पीएमकेएसवाई किसानों को जल संरक्षण तकनीकों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करता है जैसे कि वर्षा जल संचयन और तालाब निर्माण।
  • कृषि विस्तार सेवाएं: योजना किसानों को सिंचाई और जल प्रबंधन से संबंधित जानकारी और ज्ञान प्रदान करने के लिए कृषि विस्तार सेवाओं को मजबूत करती है।

योजना की उपलब्धियां

पीएमकेएसवाई ने पिछले कुछ वर्षों में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं:

  • सिंचाई क्षेत्र में वृद्धि: योजना के तहत, देश में सिंचाई क्षेत्र में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
  • जल-कुशल सिंचाई तकनीकों का अपनाना: किसान ड्रिप इरिगेशन, स्प्रिंकलर इरिगेशन और अन्य जल-कुशल सिंचाई तकनीकों को तेजी से अपना रहे हैं।
  • किसानों की आय में वृद्धि: बेहतर सिंचाई सुविधाओं से किसानों की आय में वृद्धि हुई है।
  • रोजगार सृजन: योजना के क्रियान्वयन से ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसरों में वृद्धि हुई है।

चुनौतियां और आगे की राह

पीएमकेएसवाई को कुछ चुनौतियों का भी सामना करना पड़ रहा है, जैसे कि:

  • वित्तीय संसाधनों की कमी: योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए पर्याप्त वित्तीय संसाधनों की आवश्यकता होती है।
  • बुनियादी ढांचे की कमी: कुछ क्षेत्रों में अभी भी सिंचाई के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे की कमी है।
  • जागरूकता की कमी: कुछ किसानों को अभी भी सिंचाई और जल प्रबंधन के बारे में पर्याप्त जानकारी नहीं है।

इन चुनौतियों के बावजूद, पीएमकेएसवाई भारत के कृषि क्षेत्र को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (PMKSY): गहन विश्लेषण और भविष्य की दिशा

प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (PMKSY) को समझने के लिए, आइए इसके विभिन्न पहलुओं पर गहराई से नज़र डालें:

योजना के विभिन्न घटक:

  • सहायक सिंचाई योजना (ACU): ACU के तहत, राज्य सरकारों को खेतों तक सिंचाई का पानी लाने के लिए नहरों, वितरण नालियों और अन्य सिंचाई ढांचे के निर्माण और आधुनिकीकरण के लिए केंद्रीय वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
  • पर बूंद क्लज़ी कृषि सिंचाई योजना (PMKSY-PDMC): यह घटक सूक्ष्म सिंचाई प्रणालियों (ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई) को बढ़ावा देता है। किसानों को इन प्रणालियों को स्थापित करने के लिए सब्सिडी प्रदान की जाती है।
  • कमांड क्षेत्र विकास (CMD): यह घटक खेत के स्तर पर जल वितरण में सुधार पर ध्यान केंद्रित करता है। इसमें खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए खेत नालियों और जल निकासी चैनलों का निर्माण शामिल है।
  • हाई टेक्नोलॉजी एग्रीकल्चरल मार्केटिंग (HTAM): HTAM का उद्देश्य किसानों को सिंचाई प्रबंधन उपकरण और अन्य आधुनिक कृषि प्रौद्योगिकियों तक पहुंच प्रदान करना है।

योजना के लाभार्थी:

  • छोटे और सीमांत किसान: PMKSY का मुख्य फोकस छोटे और सीमांत किसानों पर है, जिन्हें अक्सर सिंचाई सुविधाओं तक सीमित पहुंच होती है।
  • सूखा प्रभावित क्षेत्र: इस योजना के तहत सूखा प्रभावित क्षेत्रों को प्राथमिकता दी जाती है।
  • महिला किसान: महिला किसानों को योजना के तहत अतिरिक्त सब्सिडी का लाभ मिल सकता है।

योजना कार्यान्वयन:

  • PMKSY एक केंद्र प्रायोजित योजना है, जिसका अर्थ है कि केंद्र सरकार योजना के लिए धन का एक बड़ा हिस्सा वहन करती है, लेकिन राज्य सरकारें योजना को लागू करती हैं।
  • राज्य सरकारें योजना के तहत प्रस्ताव तैयार करती हैं और केंद्रीय वित्तीय सहायता प्राप्त करने के लिए केंद्र सरकार को भेजती हैं।
  • केंद्र सरकार प्रस्तावों की जांच करती है और स्वीकृत राशि जारी करती है।
  • राज्य सरकारें योजना को लागू करने के लिए जिला और गांव स्तर पर समितियों का गठन करती हैं।

योजना की आलोचनाएं:

  • कुछ आलोचकों का कहना है कि योजना का कार्यान्वयन धीमा है और भ्रष्टाचार के आरोप भी लगे हैं।
  • लक्ष्य से कम वित्त पोषण एक और चिंता का विषय है।
  • बड़े पैमाने पर सिंचाई परियोजनाओं के बजाय सूक्ष्म सिंचाई पर अधिक जोर देने की भी आलोचना हुई है।

भविष्य की दिशा:

  • PMKSY को निरंतर निगरानी और मूल्यांकन की आवश्यकता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इसका प्रभावी ढंग से कार्यान्वयन हो रहा है।
  • भ्रष्टाचार को रोकने के लिए मजबूत जवाबदेही तंत्र की आवश्यकता है।
  • योजना के वित्त पोषण को बढ़ाया जाना चाहिए ताकि इसके लक्ष्यों को प्राप्त किया जा सके।
  • बड़े पैमाने पर सिंचाई परियोजनाओं और सूक्ष्म सिंचाई के बीच एक संतुलन बनाने की आवश्यकता है।

जानकारी के स्रोत:

  • प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना की आधिकारिक वेबसाइट: https://pmksy.gov.in/
  • कृषि मंत्रालय, भारत सरकार की वेबसाइट: https://agriwelfare.gov.in/
  • NITI Aayog की वेबसाइट:

अधिक जानकारी के लिये –

https://pmksy-mowr.nic.in/hi/SMI.aspx

MINISTRY OF JAL SHAKTI

https://www.mphorticulture.gov.in/hi/panjaikarta-kanpanai/paradhaanamantarai-karsai-saincaai-yaojanaa-pmksy

    निष्कर्ष

    प्रधान मंत्री कृषि सिंचाई योजना से जुड़ी खबरें | प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (पीएमकेएसवाई) भारत के किसानों और कृषि क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। योजना ने देश

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